नई दिल्ली: बालीवुड अभिनेता आमिर खान, निर्माणाधीन फिल्म पीके के निर्देशक और अन्य अभिनेताओं के खिलाफ आज यहां चांदनी चौक इलाके में शूटिंग के दौरान धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई.
प्राथमिकी तब दर्ज की गई जब स्थानीय लोगों ने एक दृश्य पर आपत्ति जताई जिसमें भगवान शिव की वेशभूषा धारण किए एक व्यक्ति को रिक्शा खींचते दिखाया गया और उसपर बुरका पहने दो महिलाएं बैठी थीं.
शुरूआत में लोगों ने सोचा कि अभिनेता रामलीला पार्टी के सदस्य हैं लेकिन कैमरे को देखने पर उन्होंने मुद्दे के बारे में जांच-पड़ताल की.
भगवान शिव की तरह वेशभूषा धारण किए व्यक्ति को लोगों ने पकड़ लिया.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गश्त ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने मामले के बारे में पूछताछ की और तीनों अभिनेताओं को कोतवाली थाने लेकर गया.
तीनों अभिनेताओं ने पुलिस से कहा कि यह फिल्म का स्वप्न दृश्य था और उनके पास शूटिंग के लिए अनुमति और सभी कानूनी दस्तावेज हैं. लेकिन उग्र भीड़ थाने पहुंच गई थी और उसने यह आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी कि वे धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचा रहे थे.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने अभिनेताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए :किसी वर्ग की धार्मिक भावना को चोट पहुंचाने की मंशा से पूजा स्थल को अपवित्र और 153 ए :विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को प्रोत्साहन देने: को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज की.’’ एक पुलिस सूत्र ने बताया कि आमिर खान और फिल्म के निर्देशक राजकुमार हिरानी को प्राथमिकी में नामजद किया गया है.
