
जोधपुर। नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न के मामले में जेल में बंद आसाराम बापू को अभी 11 अक्टूबर तक जेल में रहना होगा। जी हां जोधपुर की जिला एवं सत्र न्यायालय ने आसाराम की न्यायिक हिरासत 11 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। मालूम हो कि आसाराम बापू की न्यायिक हिरासत आज समाप्त हो रही थी। वहीं मंगलवार को यानी कि कल आसाराम की जमानत याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट में सुनवाई की जायेगी। निचली अदालत से जमानत याचिका खारिज होने के बाद आसाराम ने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी को अपना वकील नियुक्त किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आसाराम की अहम राजदार और छिंदवाड़ गुरुकुल की वार्डन शिल्पी उर्फ संचिता गुप्ता की भी चार दिन की रिमांड आज समाप्त हो गई है और उसपर भी सुनवाई आज ही होनी है। वहीं कोर्ट ने आसाराम बापू के खास सेवक और उनके कुकर्मों में भागीदार शिवा को भी 11 अक्टूबर तक के लिये जेल भेज दिया है। मालूम हो कि 1 सितम्बर से जेल में बंद आसाराम की सोमवार को होने वाली पेशी से पहले उनके समर्थक पुलिस से उलझ गए। आसाराम के सेशन कोर्ट में आने से पहले ही उनके सैकड़ों समर्थक कोर्ट परिसर के आस-पास बड़ी संख्या में एकत्र हो गए। यही नहीं काफी समर्थक अदालत के अंदर तक घुस गए। समर्थकों का भारी जमावड़ा देख पुलिस ने उनसे बाहर निकलने की बात कही तो वे उग्र हो गए। इसके बाद पुलिस ने लाठियां फटकार कर उन्हें वहां से खदेड़ा। भागमभाग में कुछ लोग चोटिल भी हो गए। वहीं आसाराम की अहम राजदार शिल्पी ने पूछताछ में कुछ ऐसे खुलासे किये हैं जो मंगलवार को आसाराम की जमानत में रुकावट डाल सकते हैं। शिल्पी ने पूछताछ में बताया कि नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न एक सोची-समझी साजिश थी। नाबालिग को आसाराम के पास भेंजने को मजबूर करने के लिये ही भूत-प्रेत का साया होने तथा बीमार होने की झूठी कहानी गढ़ी गई थी।
