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Friday, October 11, 2013

जोधपुर कोर्ट में आसाराम की पेशी, 25 अक्‍टूबर तक न्‍यायिक हिरासत में भेजे गए

यौन उत्‍पीड़न के आरोप में जेल में बंद आसाराम की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. जोधपुर कोर्ट में शुक्रवार को आसाराम की पेशी हुई, जिसके बाद कोर्ट ने उन्‍हें 25 अक्‍टूबर तक न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया.
जोधपुर सेशन कोर्ट में इस केस की सुनवाई हुई. अदालत ने पांचों आरोपियों की न्‍यायिक हिरासत बढ़ा दी है. हालांकि रेप केस में पूछताछ के लिए गुजरात पुलिस आसाराम की कस्टडी हासिल करना चाहती थी. पुलिस की टीम इसके लिए जोधपुर पहुंच चुकी थी. पर कोर्ट के फैसले के बाद अब आसाराम 25 अक्‍टूबर तक जेल में ही रहेंगे.


गौरतलब है कि सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर बलात्कार का आरोप लगाया है. इसी की जांच के लिए पुलिस आसाराम को अहमदाबाद ले जाने की तैयारी में थी.


'नारायण' की खोज नहीं हुई पूरी...
रेप के आरोप में फंसे आसाराम के बेटे नारायण साईं अब तक पुलिस को गच्चा दे रहे हैं. नारायण साईं की तलाश में अहमदाबाद पुलिस आसाराम के साबरमती आश्रम पहुंची, लेकिन नारायण वहां नहीं मिले. पुलिस नारायण साईं को नोटिस भेजकर हाजिर होने का हुक्म दे चुकी है. इसके साथ ही पुलिस यह भी साफ कर चुकी है कि अगर नारायण हाजिर नहीं हुए, तो उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया जाएगा. हालांकि इस बीच आसाराम की प्रवक्ता ने कहा कि नारायण साईं देश में ही हैं.

Thursday, October 10, 2013

अपनी बेटी की सास पर भी गंदी निगाह रखते थे आसाराम!

नई दिल्ली: विवादास्पद बाबा बन चुके आसाराम के परिवार पर संकट के बादल गहराते ही जा रहे हैं. एक तरफ कई आश्रमों पर सरकारी हथौड़ा चल रहा है तो शासन से लेकर प्रशासन तक इनके परिवार पर भी नजर बनाये हुए हैं. इन पर आरोपों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है.
ताजा मामले के इनके बेटे नारायण साईं, बेटी भारती और इनकी पत्नी से जुड़े हैं. नारायण साईं पर सूरत की दो बहनों ने रेप का मामला दर्ज कराया है.

आसाराम, उनके बेटे, बेटी और पत्नी के खिलाफ आरोप लगाने वाली लड़की का दावा है कि आसराम की बेटी भारती लड़कियों को गाड़ी में बिठाकर आसाराम के रूम तक छोड़ने और लेने जाती थी. पत्नी यह तय करती थी कि आज किस लड़की को आसाराम के पास जाना है.

चलिए आपको हम आसाराम की बेटी भारती के बारे में यहां पूरी जानकारी देते हैं. यह कौन हैं.
आसाराम की बेटी भारत परिवार की तीसरी सबसे महत्वपूर्ण सदस्य है. बचपन में इसका नाम भारतीबेन था. बाद में इसे जैसा कि तस्वीरों में लिखा गया है प्रेरणामूर्ति श्री भारती श्री जी से संबोधित किया गया.

1997 में इसका विवाह आसाराम के शिष्य के बेटे हेमंत से हुआ. करीब तीन साल के बाद आश्रम के लगातार हस्तक्षेप की वजह से इनका अलगाव हो गया. सूत्रों के मुताबिक आसाराम अपने बेटी की सास पर भी गंदी निगाह रखते थे. हेमंत एक तेज तर्रार छात्र था, वह मेडिकल परीक्षा पास करके एमडी बना. आसाराम की वजह से उसका परिवार अमेरिका शिफ्ट हो गये. हेमंत फिलहाल बाराडोस में रहता है.

सूत्रों के मुताबिक आसाराम अपने परिवार में भी बांटो और राज करो का नियम अपनाते हैं. यहां तक कि नारायण साईं और भारती में भी सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं है. भारती पहले महिला आश्रम को ही संभालती थी लेकिन बाद में उसका बेटेज बढ़ता गया. भारती ने स्नातक स्तर की शिक्षा ग्रहण की है.
सूत्रों के मुताबिक वह अहमदाबाद के एक स्कूल की मालकिन भी है. इसके अलावे उसने रियल सेक्टर में भारी निवेश किया हुआ है. वह आश्रम में नहीं रहती है लेकिन इसके बाहर एक शानदार बंगले में वह रहना पसंद करती है.

आसाराम के गंदे कामों में दो महिलाएं उनकी मदद करती थीं. सतसंग के दौरान वह आसान टारगेट को वह सामान्य रूप से पहचान लेती थीं. जहां तक रिश्तों की बात करें तो आसाराम, भारती और उनकी पत्नी में सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं हैं. लेकिन पत्नी व बेटी दोनों ही आसाराम के पैसों पर निर्भर थे, इसलिए वह चाहकर या ना चाहते हुए भी उनके गंदे कामों में भाग लेती थीं. वैसे तो सामान्य रूप से लक्ष्मी मां की तरह लड़कियों को आश्रम में रखती थीं.

भारती लाइमलाइट से दूर ही रहना पसंद करती है. लेकिन अब वह अपना खुद का साम्राज्य खड़ा करने के लिए प्रवचन देना शुरू कर दिया था. वह 2004 से ही महिला भक्तों को प्रवचन देती थी. आसाराम की पत्नी लक्ष्मी को कैंसर, ब्लडप्रैशर समेत कई बीमारियां हो गई हैं. 

पीड़िता के मुताबिक भारती के जरिए लक्ष्मी और ध्रूव लड़कियों को आसाराम के फार्महाउस शांति वाटिका में भेजा करते थे.

पढ़ें उस विषकन्या की कहानी, जो सत्संग में लड़कियों को चुनकर आसाराम तक पहुंचाया करती थी

आसाराम की 'विषकन्या' भारती की कहानी

ये हैं आसाराम की विषकन्या
 
आसाराम और नारायण साईं के काले कारनामों की अनगिनत परतें हैं. लेकिन आखिर आसराम की बेटी भारती कैसे प्रवचन करते-करते आसाराम की कथित काली दुनिया में फंस गई. आसाराम की संगत में चंबल के कितने डाकू सुधरे, इसका तो कोई ब्योरा नहीं है लेकिन हर रोज उन लड़कियों की नई फेहरिस्त जरूर सामने आ रही है जिनका इल्जाम है कि आसाराम की संगत ने उन्हें बर्बाद कर दिया.
भारती आसाराम की भक्ति के साम्राज्य की एक अहम कड़ी भी है. आसाराम पर रेप और यौन शोषण का इल्जाम लगने से पहले लोग भारती को एक कुशल ओजस्वी वक्ता और प्रवचनों में अपने गायन से लोगों को मंत्र मुग्ध करने वाली आध्यात्मिक शख्सियत के रूप में जानते थे.
लेकिन, वक्त बदल चुका है. आसाराम का मायाजाल टूटा तो उनकी बेटी भारती द्वारा खड़ा किया गया भ्रमजाल भी दरकने लगा. आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर रेप और यौन शोषण का इल्जाम लगाने वाली उन्हीं के आश्रम की पूर्व अनुयायियों ने भारती की नयी पहचान से दुनिया को रूबरू कराया है.
भारती पर आरोप
क्या है भारती की नई पहचान कुछ लड़कियों ने उजागर की है. पीड़िता लड़कियों ने बताया कि वो लड़कियों को गाड़ी में बैठाकर छोड़ने जाती थी ओर लेकर भी आती थी.
क्या भारती पहेरेदारी भी करती थी? इस सवाल के जवाब में पीड़िता ने कहा भारती को जैसे बोला जाता था वैसा वो करती थीं, रुकने के लिये बोला जाए तो रुकती भी थीं.
लक्ष्मी कि क्या भूमिका थी? इस सवाल के जवाब में पीड़िता ने कहा 'वो लड़िकयों को आश्रम से भेजती थी, बापू उन्हें बोलते थे आज उसे भेजना है, आज उसे भेजना है.'
एक पूर्व साधक अमृत प्रजापति ने आरोप लगाया कि आसाराम भारती को फोन करता था, वो गाड़ी से लड़कियां लाती थी.
यानी भारती और उसकी मां आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं के कथित सेक्स रैकेट में कड़ी का काम करती थीं. दोनों उनके लिए लड़कियों को तैयार करती थीं. मां-बेटी की जोड़ी लड़कियों के मन में ये बैठाने का काम करती थी कि आसाराम और नारायण साईं उनका कल्याण कर रहे हैं.
अमृत प्रजापति ने कहा, 'जब लड़कियां बोलती थीं कि गंदा काम हो गया तो दूसरी लड़कियां और लक्ष्मी समझ जाती थी कि ये तो तेरी काया का कल्याण हो गया.'
फरार है भारती
सूरत की बहनों ने जब खुद भारती पर सनसनीखेज इल्जाम लगाए तो वो कहीं नजर नहीं आ रहीं. बताया जाता है कि वो फरार हैं. बेशक अभी पूरे मामले पर कोर्ट का फैसला आना बाकी है लेकिन उनकी फरारी उनके भक्तों में शक पैदा करती है. आखिर एक सच्चे व्यक्ति के पास आरोपों का सामना करने की हिम्मत तो होनी ही चाहिए.
आसाराम के कारोबार में कैसे फंसी भारतीआखिर भारती आसाराम के भक्ति के कारोबार से कैसे जुड़ गई? भारती क्या करती थी कि उसके इशारों पर लड़कियां आसाराम और नारायण साईं के पास जाने के लिए तैयार हो जाती थीं, जैसा कि कुछ लड़कियां इल्जाम लगा रही हैं.
सत्तर के दशक में आसाराम बापू ने का साम्राज्य आध्यात्म खड़ा किया था. फिर आसाराम की भक्ति के कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए उनके बेटे नारायण साईं आ गए. आसाराम के कुनबे के लिए शायद इतना ही काफी नहीं था. जल्द ही आसाराम की बेटी और नारायण साईं की बहन भारती भी कथित आध्यात्म के साम्राज्य से जुड़ गईं.
आसाराम के साधकों के बीच भारती श्रीजी के नाम से जानी जाती हैं. वो जगह-जगह प्रवचन करतीं. आसाराम के भक्तों की माने तो भारती का प्रवचन बेहद सम्मोहित करने वाला होता था.
15 दिसंबर 1975 को जन्मी भारती ने महज 12 साल की उम्र में दीक्षा ली थी. फिर चौदह साल तक ध्यान और योग किया और लगाने लगीं दरबार. बताया जाता है कि भारती एम कॉम तक पढ़ी हैं.
लेकिन भारती का जीवन हमेशा से ऐसा नहीं था. आम महिलाओं की तरह उन्होंने भी अपनी गृहस्थी बसाने की कोशिश की थी. 1997 में भारती की शादी डॉक्टर हेमंत से हुई थी. सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन बताया जाता है कि भारती के परिवार में आसाराम जरूरत से ज्यादा दखल देने लगे थे, लिहाजा भारती और हेमंत के रिश्तों में तनाव आता गया और नतीजा तलाक के रूप में सामने आया. हेमंत इस समय विदेश में बताए जाते हैं.
चूंकि भारती का घर आसाराम की वजह से उजड़ा था लिहाजा वो दोबारा पिता की शरण में आ गईं. पहले उन्हें महिला आश्रमों की कमान सौंपी गई और फिर प्रवचन का जिम्मा.
हालांकि, आसाराम से अलग हो चुके साधक और आसाराम पर इल्जाम लगाने वाले कुछ और कहानियां कहते हैं. इनके मुताबिक भारती का असली रोल सत्संग से लड़कियों का चुनाव करना है. ये लड़कियां फिर आसाराम तक पहुंचाई जाती हैं.
लोगों को भक्ति और आध्यात्मिक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने वाली महिला गंदगी के गहरे दल-दल में धंसी हुई थी और अब तक भक्ति के सम्मोहन में किसी को पता भी नहीं चला? ये महज आरोप हैं या हकीकत, इस पर जांच पूरी होने से पहले तो कुछ कहना मुश्किल है, लेकिन इतना जरूर कहा जाता है कि आस्था की एक दीवार गिरी है. भरोसा का मंदिर टूटा है, जिसमें कभी आसाराम और नारायण साईं के साथ भारती भी देवी के रूप में सुसज्जित हुआ करती थी.