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Thursday, October 10, 2013

अखिलेश कल करेंगे मंत्रिमंडल का विस्तार, राजा भैया बन सकते हैं कैबिनेट मंत्री!

लखनउ. कल यूपी के सीएम अखिलेश यादव अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे. इसमें कुछ राज्य मंत्रियों को कैबिनेट मंत्री पद पर प्रमोट किये जाने और दो नये मंत्रियां को शामिल किये जाने की संभावना है.

सूत्रों के मुताबिक डीएसपी जिया-उल-हक की हत्या के बाद विवादों की वजह से इस्तीफा देने वाले कुंडा के राजा भैया फिर अखिलेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं.

राजभवन सूत्रों के अनुसार कल सुबह सवा दस बजे राजभवन में एक भव्य समारोह में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जायेगा. अखिलेश मंत्रिमंडल का पिछला विस्तार 18 जुलाई को हुआ था और इसमें फिलहाल मुख्यमंत्री समेत 21 कैबिनेट मंत्रियों को लेकर कुल 58 मंत्री हैं जबकि दो कैबिनेट मंत्रियों की जगह खाली है.

Wednesday, October 9, 2013

मायावती ने तोड़ी चुप्पी, कांग्रेस को दिया जवाब


लखनऊ। दलित चेतना को लेकर कल जहां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बीएसपी सुप्रीमो मायावती को निशाने पर लिया था, वहीं आज मायावती ने राहुल और कांग्रेस पर हमला बोला। माय़ावती ने कहा कि कांग्रेस का दलितों पर रुख पक्षपाती है।
केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन दे रही बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि जब कांशीराम का निधन हुआ था तो एक दिन का भी राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया गया जो उसकी जातिवादी मानसिकता का सबूत है।
मायावती ने कांशीराम की सातवीं पुण्यतिथि पर बहुजन प्रेरणा केंद्र में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद कहा कि ऐसे युगपुरूष के प्रति विरोधी पार्टियों खासकर कांग्रेस का रवैया बेहद जातिवादी और उपेक्षापूर्ण बना रहा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमारे लोग कांग्रेस को कभी भी माफ नहीं करेंगे।
बता दें कि कल ही सीबीआई ने मायावती को आय से अधिक संपत्ति के मामला बंद करने का फैसला लिया। कल इस मुद्दे पर मायावती की तरफ से चुप्पी छाई रही, लेकिन आज मायावती ने हमला बोल ही दिया।
क्या कहा था राहुल ने
राहुल गांधी ने कल मायावती पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया था कि माया ने अपने आगे दलित वर्ग के किसी नए नेता को उभरने नहीं दिया। अनुसूचित जाति सशक्तीकरण पर राष्ट्रीय जागरुकता शिविर को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि दलित आंदोलन के दूसरे चरण में दलित वर्ग के नेताओं का उभरना बंद हो गया है। मायावती ने दलित वर्ग के नेतृत्व पर कब्जा जमा लिया और नए नेताओं को आगे नहीं आने दिया।
उन्होंने कहा कि ये मायावती की निजी इच्छा है,लेकिन कांग्रेस के लिए अब बहुत महत्वपूर्ण समय है जिसने इस वर्ग के उत्थान के लिए बहुत काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी चरणबद्ध ढंग से चलती है। कांग्रेस में पंचायत, विधायिका और यहां तक की नीति निर्धारण के स्तर पर भी दलित नेता मौजूद हैं।