गूगल सर्च में मोदी नंबर 1
नरेंद्र मोदी सर्च इंजन गूगल पर सबसे ज्यादा खोजे जाने वाले राजनेता हैं. ये खुलासा गूगल की एक रिपोर्ट में हुआ है. मोदी के बाद राहुल गांधी को दूसरे नंबर पर खोजा जाता हैं. गूगल के एक सर्वे में यह भी सामने आया है कि 40 फीसदी शहरी वोटर्स ने अभी फैसला ही नहीं किया कि वो किस पार्टी को वोट देंगे.
लिस्ट में चार कांग्रेसी और दो भाजपाई
भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी भारत में गूगल पर सबसे ज्यादा खोजे जाने वाले नेता बन गये हैं. यह बात इसी साल मार्च से लेकर अगस्त तक के गूगल सर्च ट्रेंड में सामने आई है. दूसरे नंबर पर हैं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और तीसरे पर हैं उनकी मां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी.
गूगल इंडिया के इंडस्ट्री हेड गौरव कपूर के मुताबिक हमने गूगल सर्च ट्रेंड के आधार पर सबसे ज्यादा खोजे जाने वाले 10 नेताओं की यह लिस्ट जारी की है.कहा जा रहा है कि इंटरनेट अगले चुनावों में अहम रोल अदा करेगा. उसके ट्रेंड को समझने के लिए हमने यह रिपोर्ट तैयार की.
ये रही टॉप 10 नेताओं की लिस्ट पहले से आखिरी के क्रम में
नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, अरविंद केजरीवाल, जयललिता, अखिलेश यादव, नीतिश कुमार, सुषमा स्वराज और दिग्विजय सिंह.
मोदी की पार्टी भी नंबर वन
अगर राजनैतिक दलों के सर्च ट्रेंड की बात करें, तो यहां भी बीजेपी कांग्रेस पर भारी पड़ती दिखाई दी. बीजेपी को सबसे ज्यादा लोगों ने सर्च किया. दूसरे नंबर पर कांग्रेस है, तो तीसरे नंबर अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप.
गूगल सर्च पर टॉप पांच राजनैतिक दलः बीजेपी, कांग्रेस, आप, बीएसपी, शिव सेना
42 फीसदी वोटर्स ने नहीं किया अपना चुनाव
अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए इंटरनेट पर अभी से सर्च किया जाने लगा है.ये सर्च अभी से पिछले चुनाव में की गई सर्च से 800 फीसदी ज्यादा है.चुनावों में इटरनेट की भूमिका पर ये रिपोर्ट इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सर्वे में लिए गये सैंपल के मुताबिक 37 फीसदी शहरी रजिस्टर्ड वोटर ऑनलाइन हैं यानि इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं.
इस सर्वे में एक और खास बात निकलकर आई है वो ये कि 42 फीसदी वोटर्स ने अभी फैसला ही नहीं किया है कि वे किस पार्टी को वोट देंगे.इसके अलावा ये भी सामने आया है कि वोटर्स के लिए जितना राजनैतिक दल महत्व रखता है उतना ही महत्व लोकल उम्मीदवार भी रखता है. 11 फीसदी लोगों ने ये भी कहा कि राजनैतिक दल का प्रधानमंत्री उम्मीदवार भी उनके वोट के फैसले का प्रभावित करेगा.
कैसे हुआ ये गूगल इलेक्शन सर्वे
गूगल के इस सर्वे में 108 सीटों में 7000 से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया। और अगर इस सर्वे की रिपोर्ट की मानें तो उम्मीदवारों को इंटरनेट पर अपनी मौजूदगी दिखानी ज़रुरी होगी क्योंकि सर्वें में शामिल 45 फीसदी लोग मानते हैं कि वो राजनैतिक दलों के पार्टी में ज्यादा से ज्यादा सूचना ऑनलाइन चाहते हैं जिससे कि वो सही फैसला ले सकें.

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