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Thursday, October 10, 2013

दोषी जनप्रतिनिधियों संबंधी अध्यादेश को लेकर सरकार की खुलेआम आलोचना के कुछ दिनों बाद राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री को मनाने के अंदाज में कहा, ‘ वह मेरे गुरू हैं और अच्छी नीयत वाले व्यक्ति हैं.

राहुल गांधी ने मनमोहन सिंह बताया को अपना गुरु

दोषी जनप्रतिनिधियों संबंधी अध्यादेश को लेकर सरकार की खुलेआम आलोचना के कुछ दिनों बाद राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री को मनाने के अंदाज में कहा, ‘ वह मेरे गुरु हैं और अच्छी नीयत वाले व्यक्ति हैं.' पंजाब में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा द्वारा अध्यादेश पर अपने बयान के समय को लेकर सवाल खड़े करने की भी आलोचना की और कहा कि यह सच बोलने का मुद्दा नहीं हो सकता.
यहां एक कैंसर अस्पताल की आधारशिला रखने के बाद उन्होंने कहा,‘अध्यादेश के बाद मैंने जब मनमोहन सिंह जी से मुलाकात की तो उनसे कहा कि मैंने आपसे काफी कुछ सीखा है. मेरी जिंदगी में दो गुरु हैं, कांग्रेस अध्यक्षा और मनमोहन सिंह. आपने मुझे एक गुरू दिया है. मनमोहन सिंह ने भारत और पंजाब के लिए जो किया है वह कोई नहीं कर सकता.
प्रधानमंत्री की प्रशंसा करते हुए राहुल ने कहा, ‘अगर नीयत खराब है तो कुछ नहीं होगा, अगर नीयत साफ है तो सब कुछ होगा. मनमोहन सिंह जी की नीयत बिल्कुल साफ है.’
कांग्रेस उपाध्यक्ष की टिप्पणियां इस परिप्रेक्ष्य में महत्व रखती हैं कि पिछले महीने उन्होंने अध्यादेश के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया था, जिसमें दोषी जनप्रतिनिधियों को बचाने की बात थी. अध्यादेश के खिलाफ उनकी टिप्पणी को प्रधानमंत्री को झिड़कने के तौर पर लिया गया, क्योंकि सिंह की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने इसे मंजूरी दी थी.
देश को खाद्यान्न मुहैया कराने के लिए पंजाब और इसके किसानों की प्रशंसा करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि पंजाब के किसानों के बगैर देश में किसी को भी खाद्य सुरक्षा का अधिकार मुहैया कराना संभव नहीं होगा. राहुल ने उन सिख किसानों की दुर्दशा की भी चर्चा की जिन्हें गुजरात से बाहर कर दिया गया था और अकाली दल सरकार पर आरोप लगाया कि वह उनके अधिकारों के लिए आवाज नहीं उठा रही है. अध्यादेश के बारे में राहुल ने विपक्ष की टिप्पणी पर सवाल खड़े किए. विपक्ष ने कहा था कि अध्यादेश के खिलाफ उनकी टिप्पणी का समय गलत था.
उन्होंने कहा,‘क्या सच बोलने का कोई समय होता है ? आज राजनीति ऐसी है कि लोग सच बोलने के लिए विशेष समय चुनते हैं. मैं इसे बदलना चाहता हूं. अगर आपको भ्रष्टाचार का खत्मा करना है तो आपको सच बोलना होगा.’मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक दंगे की बात करते हुए उन्होंने समाजवादी पार्टी पर समस्या को भड़काने और राजनीतिक लाभ के लिए उत्तरप्रदेश में हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच दुश्मनी पैदा करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा,‘मैं मुजफ्फरनगर गया और हिंदू एवं मुस्लिम दोनों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि हम लड़ना नहीं चाहते हैं. हम एक दूसरे से प्यार करते हैं. दुश्मनी समाजवादी पार्टी के लोग लाए हैं.’
संप्रग सरकार द्वारा लाए गए खाद्य, रोजगार, शिक्षा और सूचना के अधिकार की प्रशंसा करते हुए कांग्रेस नेता ने भाजपा पर प्रहार किया और कहा कि वह ऐसे मुद्दों पर बात तक नहीं करती.
राहुल ने भाजपा का जिक्र करते हुए कहा,‘लोग पूछते हैं कि संप्रग ने क्या किया ? हमने भोजन का अधिकार, रोजगार का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और सूचना का अधिकार दिया.’
उन्होंने कहा,‘आज लोग भ्रष्टाचार की बात करते हैं. आरटीआई ने आम आदमी को मजबूती दी है. आज कोई भी सवाल पूछ सकता है. भाजपा ने ऐसा नहीं किया है. उनके राज्यों में जाइए और देखिए कि आरटीआई आयुक्तों से क्या होता है. हम ऐसा क्यों करते हैं? आपके हाथ मजबूत करने के लिए.’
उन्होंने कहा,‘जब तक आम आदमी को ताकत नहीं दी जाती तब तक यह देश प्रगति नहीं करेगा. हम आपके हाथों में शक्तियां देने की बात करते हैं. वे इस बारे में बात नहीं करते क्योंकि वे इस तरह की ताकत अपने हाथ में रखना चाहते हैं.’
उन्होंने खाद्यान्न मुहैया कराने के लिए पंजाब और हरियाणा की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘पंजाब के बगैर भारत उत्थान नहीं कर सकता.’ पंजाब में नशे की समस्या का जिक्र करते हुए उन्होंने उन माताओं का जिक्र किया जिन्हें अपने बेटों के नशे की गिरफ्त में आने का भय होता है. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार उन्हें बचपन में मौसम खराब होने पर डर लगता था, क्योंकि उस समय उनके पिता पायलट थे.
उन्होंने पंजाब में बेरोजगार युवकों की दुर्दशा की भी चर्चा की और कहा,‘जब तक ये चिंताएं पंजाब से दूर नहीं की जातीं तब तक यह राज्य प्रगति नहीं कर सकता. आपमें कोई कमी नहीं है, आपने हमें मनमोहन सिंह दिया है.’
राहुल ने राजनीति में और महिलाओं को लाने का समर्थन करते हुए कहा, ‘हम तभी बदलाव ला सकते हैं जब हम ऐसा करेंगे’.
उन्होंने राज्य में सत्तारूढ़ अकाली दल के अत्याचारों के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए युवा कांग्रेस की भी प्रशंसा की.

राहुल गांधी ने खुलासे के अंदाज में बताया किसने करवाए मुजफ्फर नगर में मुस्लिम-जाट दंगे, पढ़ें राहुल गांधी का भाषण

अलीगढ़ की कांग्रेस रैली में यूपी की सपा सरकार की लैपटॉप स्कीम का मजाक बनाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यहां यूपी में कंप्यूटर की सरकार है. कंप्यूटर चलता नहीं है. बिजली नहीं है. मगर हम दिल्ली में अधिकार की सरकार चलाते हैं. उन्होंने यूपीए के राइट टु फूड बिल को यूपी में लागू न करने को लेकर भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि लोगों को सरकार पर इसके लिए दबाव बनाना चाहिए.उन्होंने अपने भाषण में हालिया मुजफ्फर नगर दंगों का जिक्र किया, लेकिन बीजेपी का नाम लेने से बचे. भट्टा परसौल का जिक्र किया औऱ कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल से देश में सबसे ज्यादा फायदा अलीगढ़ के किसानों को होगा. मगर इस दावे की कोई वजह नहीं बताई राहुल गांधी ने. उन्होंने कांग्रेस की पॉपुलर स्कीमों का जिक्र किया और युवाओं से कहा कि यूपी आपको बदलना होगा. कांग्रेस को बदलना होगा. गौर करने वाली बात ये रही कि कल मायावती पर हमलावर राहुल गांधी ने आज सपा की खिंचाई की.

पढ़िए क्या कहा कांग्रेस उपाध्यक्ष ने
‘जब कोई दिल्ली में जमीन लेना चाहता है. तो उसे मार्केट रेट मिलता है. मगर जब आपसे जमीन ली जाती थी तो सरकारी ऑर्डर लगता था और सस्ते रेट पर जमीन ले ली जाती थी. मैंने आपसे वादा किया था कि कांग्रेस आपकी ये लड़ाई लड़ेगी और जीतकर दिखाएंगे. समय लगा, मगर हम आपकी लड़ाई लड़े और हम बिल लाए और उसे पास करके दिखाया. विपक्ष के लोग खड़े हो गए. पहले उसे स्टैंडिंग कमेटी में ले गए. चक्कर कटवाए, रोकने की कोशिश की. पार्लियामेंट में ले गए हम और उसे पास किया.मैं आपको बताना चाहता हूं कि अलीगढ़ के किसान को जितना फायदा होगा, शायद देश में किसी को उतना फायदा नहीं होगा.
दूसरा काम किया हमने. देखिए हम अधिकार की सरकार चलाते हैं. अब हम भोजन का अधिकार लाए हैं. हिंदुस्तान में एक रुपये में भोजन हम सबको देने वाले हैं.यहां देखो कोई मजदूर है. ये सोचते होंगे कि रोज मैं मजदूरी करता हूं. और इनके दिमाग में ये सवाल उठता है कि भइया कल मुझे भोजन मिलेगा या नहीं. कल मेरे बच्चों को भोजन मिलेगा या नहीं. मैं आपको बताना चाहता हूं कि सिर्फ कल नहीं, हर रोज आपको मिलेगा.इस बात को कांग्रेस गारंटी करेगी.
और यूपी में क्या हो रहा है. सुनो मैं आपको बताना चाह रहा हूं. यूपी में सरकार ने क्या कहा. पूरे हिंदुस्तान में 35 किलो अनाज हर परिवार को मिलेगा. पूरे देश में. मगर यूपी में 2014 के चुनाव तक नहीं मिलेगा.क्योंकि यूपी की सरकार कह रही है कि अगर हमने कांग्रेस पार्टी का भोजन का अधिकार यहां लागू कर दिया. तो चुनाव में हमारी ऐसी पिटाई होगी कि हमें बात समझ नहीं आएगी.
तो मैं कहना चाह रहा हूं कि आप दबाव डालो. यूपी की गांव की गरीब की जनता को 1 रुपये में अनाज मिलना चाहिए. ये लड़ाई आपकी है, कांग्रेस की है.जैसे आपने भट्टा परसोल मैं लड़ाई लड़ी,संसद में लड़ी.तो बताओ, लड़ोगे आप, जोर से बोलो. क्या नाम है आपका. ये कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश को बदलना है, तो आपको करना होगा. ये जो युवा खड़े हैं. ये सपा-बसपा से नहीं होने वाला है. मैं आपको ये बताना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी की जब सरकार बनती है. 2004 में जो हमने कहा. 2009 में किया. 2014 में करने वाले हैं. आम आदमी की, कमजोर की, गरीब की, महिलाओँ की सरकार बनाएंगे.हम जो अधिकार की बात करते हैं, भोजन का, रोजगार का, शिक्षा का अधिकार देते हैं.
आखिरी बात जो कहना चाहता हूं.
मुजफ्फर नगर में दंगा हुआ. उस दंगे से आम आदमी को, जनता को फायदा पहुंचा क्या. लोग मरे. जब लोग मर रहे थे. हिंदू भी मरे. मुसलमान भी मरे. सही बात है. उसमें तो किसी ने नहीं पूछा. वहां मैं गया. हिंदू से बात की. मुसलमान से बात की. दोनों ने एक बात बोली. देखिए हमारे बीच दुश्मनी नहीं है. ये राजनैतिक लोगों ने किया और हमारे को यहां बर्बाद किया.
लड़ाई भइया कराई जाती है. राजनैतिक फायदे के लिए कराई जाती है. आम आदमी लड़ना नहीं चाहता है. आम आदमी प्यार से जीना चाहता है, काम करना चाहता है. हिंदुस्तान को आगे बढ़ना चाहता है.यहां ऐसी राजनैतिक शक्तियां हैं, जो जानती हैं कि लड़ाई नहीं हुई तो वह नहीं जीत सकते.वह अच्छी तरह जानते हैं, इसिलए ये लड़ाई करवाना चाहते हैं. ये सही बात है या नहीं.इनको मैं बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का इतिहास है कि हम सब एक खड़े रहते हैं. हिंदू हो मुसलमान हो. सिख हो. ये जो लड़ाई कराते हैं. हम इनको नहीं करने देंगे. ये कांग्रेस पार्टी का इतिहास है. हमारे पास हर एक व्यक्ति बराबर है.
हम नहीं कहते कि किसी एक जाति को ये चीज दो. हम कहते हैं कि अगर हिंदुस्तानी है तो उसे भोजन का अधिकार मिलेगा.
यूपी पीछे जा रहा है, तो इसलिए जा रहा है. सुन लो. क्योंकि आपको बांटा जा रहा है.जब तक आप लोग एक नहीं होगे. जब तक आप लोग उत्तर प्रदेश की बात नहीं करोगे, तब तक ये प्रदेश आगे नहीं बढ़ेगा. ये काम कांग्रेस पार्टी करेगी. हम आपके लिए काम करेंगे. उत्तर प्रदेश की सरकार बनाएंगे और आपके लिए लड़ेंगे.आप गर्मी का समय है. आप दूर दूर से आए. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. जय हिंद’


राजनीति से संन्यास ले रही हैं सोनिया गांधी!

सोनिया गांधी 2016 में राजनीति से ले लेंगी संन्यास, '24 अकबर रोड' का दावा

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी वर्ष 2016 में जब उनकी उम्र 70 वर्ष की हो जाएंगी तब वो राजनीति से रिटायरमेंट ले लेंगी. यही कारण है कि पार्टी ने उनके बेटे राहुल गांधी को बड़ी भूमिका देने के लिए आतुर बनाया. इसका दावा पत्रकार-लेखक रशीद किदवई ने अपनी किताब '24 अकबर रोड' में किया है. किदवई ने अपनी किताब के संशोधित संस्करण में कहा है कि कांग्रेस सोनिया गांधी के फैसले से दुखी है.
किदवई के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी इच्छा से अपने जन्मदिन 9 दिसंबर 2012 को पार्टी के बड़े नेताओं से अवगत कराया.
किताब में कहा गया है, 'इस घोषणा से पार्टी के नेता सन्न रह गए, क्योंकि भारतीय राजनीति में आज तक किसी नेता ने अवकाश नहीं लिया है. घबराए पार्टी नेताओं ने उनसे आग्रह किया कि राहुल को 'प्रभार' लेने दें.'
किताब में आगे लिखा है, 'राहुल (42) को मनाने का प्रयास तभी से जारी हो गया, लेकिन तब कांग्रेस के महासचिव रहे राहुल नहीं माने. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राहुल को मंत्रिमंडल में आने के लिए मनाने का प्रयास किया.'
मनमोहन सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि राहुल गांधी मंत्रिमंडल में शामिल होने या पार्टी में नंबर दो की हैसियत में से किसी एक का चुनाव करें. राहुल ने संगठन को तरजीह दी.
इसीके बाद राहुल को जयपुर में आयोजित 'चेतना शिविर' में 19 जनवरी 2013 को कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया.
किदवई का कहना है कि राहुल गांधी के उन्नयन के बावजूद कांग्रेस नेताओ को सोनिया गांधी के अवकाश की समय-सीमा दुखी कर रही है.

राहुल गांधी के इस्केप वेलॉसिटी वाले बयान पर आई सोनिया, मोदी और अमिताभ बच्चन की प्रतिक्रिया!

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व्‍यंग्‍य: ज्‍यूपिटर की Escape Velocity पर राहुल गांधी को मिले नोबल

राहुल गांधी के झूठ की पोल खोली सुषमा स्वराज ने

लैंड बिल पर दम दिखाओ और जनता से सच बोलो राहुल गांधी, सुषमा स्वराज का पलटवार

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अलीगढ़ रैली के भाषण के एक हिस्से पर बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने उन्हें झूठा और डरपोक करार दिया. राहुल गांधी ने कहा था कि भूमि अधिग्रहण बिल को विपक्ष ने रोकने की कोशिश की. इस पर सुषमा ने ट्वीट किया कि 29 अगस्त को इस बिल पर बोलते हुए कांग्रेस सरकार के मंत्री जयराम रमेश ने नेता प्रतिपक्ष (सुषमा स्वराज) को विशेष तौर पर शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि ऐसा लग रहा था हम दोनों पार्टियों की मीटिंग में कि गतिरोध आ गया है. मगर स्वराज ने समाधान निकाला और उसी का नतीजा है कि आज सदन में इस बिल पर चर्चा हो रही है.
सुषमा स्वराज ने जयराम रमेश के सदन में दिए भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी दम दिखाओ और सच बोलो.उधर राहुल के भाषण पर सपा की तरफ से आजम खान ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव सरकार की छात्रों को लैपटॉप देने की स्कीम से राहुल गांधी परेशान हैं. और रही दंगों की बात, तो यह कांग्रेस का काम है, सपा का नहीं.

ऱाहुल गांधी की खिल्ली उड़ाती वेबसाइट लॉन्च

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मजाक बनाती नई वेबसाइट पप्पूपीडिया

ऐसी नजर आती है वेबसाइट पप्पूपीडिया
 
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर व्यंग्य करती हुई एक नई वेबसाइट बनी है पप्पूपीडिया डॉट कॉम. विकीपीडिया की थीम पर बनी इस वेबसाइट में कहीं भी सीधे तौर पर राहुल गांधी का नाम नहीं लिया गया है. हर जगह पप्पू शब्द का इस्तेमाल किया गया है. मगर राजनीतिक परिचय से लेकर स्पीड वीडियो तक हर जगह राहुल गांधी के नाम, काम और आवाज का इस्तेमाल किया गया है.पप्पू पीडिया के होम पेज पर सबसे पहले सबसे ऊपर नजर आता है एक बैनर.जैसे विकीपीडिया के पेज पर उसके फाउंडर की डोनेशन अपील छपी रहती है कभी कभी. वैसे ही यहां एक दुखियारी महिला की अपील छपी है. साथ में एक कैरिकेचर भी है,देश की एक बड़ी नेता की याद दिलाता.
इस बैनर पर लिखा है कि पप्पूपीडिया के संस्थापकों की तरफ से एक व्यक्तिगत अपील.पप्पू के दिमाग को बदलवाने की सर्जरी करवाने के लिए हमें पैसों की जरूरत है, इसलिए हम बहुत सारे घोटाले करते हैं. अगर आप चाहते हैं कि हम ऐसा न करें, तो कृपया दान दीजिए
इस पर क्लिक करने पर एक कार्टून खुलता है, जिसमें नोटों और सोने की अशर्फियों के ढेर पर बैठे पप्पू जी नजर आते हैं. खिलखिलाते हैं और कहते हैं. 10 साल में मैंने बहुत पैसा कमा लिया है. यानी की आपके फंड की जरूरत नहीं.
पप्पू के परिचय वाले पैनल में राहुल गांधी की राजनैतिक उपलब्धियों के बारे में बताया गया है कि वह कब अमेठी से सांसद बने और कब कांग्रेस के उपाध्यक्ष.
साइट पर राहुल की पढ़ाई और डिग्री पर सवाल उठाते हुए कई आर्टिकल दिए गए हैं.राहुल गांधी के कई दावों की भी खिल्ली उडा़ई गई है. मसलन राहुल गांधी ने कहा था कि गुजरात ब्रिटेन से भी बड़ा है और भारत यूरोप और अमेरिका से भी बड़ा.
साइट पर कई सेक्शन हैं. मसलन पप्पू ज्ञान. टेस्टिमोनियल्स फॉर पप्पू. यो पप्पू सो डंब. इसके अलावा साइट पर राहुल गांधी की स्पीच के कई वीडियो भी हैं. इस पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी के भी कई भाषण हैं, जिनमें वह कांग्रेस के इस नेता का मजाक बनाते नजर आ रहे हैं. साइट पर राहुल गांधी के कई कार्टून भी हैं. जिनमें लिखा है क्या पप्पू पांचवी पास से तेज हैं और राहुल बाबा 40 चोर.

इस साइट का लिंक है www.pappupedia.com

 

Wednesday, October 9, 2013

यूपी में कांग्रेस की रैली में एक ओर राहुल गांधी ने यूपी सरकार का मजाक उड़ाया तो दूसरी ओर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई

अलीगढ़ की कांग्रेस रैली में यूपी की सपा सरकार की लैपटॉप स्कीम का मजाक बनाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यहां यूपी में कंप्यूटर की सरकार है. कंप्यूटर चलता नहीं है. बिजली नहीं है. मगर हम दिल्ली में अधिकार की सरकार चलाते हैं. उन्होंने यूपीए के राइट टु फूड बिल को यूपी में लागू न करने को लेकर भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि लोगों को सरकार पर इसके लिए दबाव बनाना चाहिए.
उन्होंने अपने भाषण में हालिया मुजफ्फर नगर दंगों का जिक्र किया, लेकिन बीजेपी का नाम लेने से बचे. भट्टा परसौल का जिक्र किया औऱ कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल से देश में सबसे ज्यादा फायदा अलीगढ़ के किसानों को होगा. मगर इस दावे की कोई वजह नहीं बताई राहुल गांधी ने. उन्होंने कांग्रेस की पॉपुलर स्कीमों का जिक्र किया और युवाओं से कहा कि यूपी आपको बदलना होगा. कांग्रेस को बदलना होगा. गौर करने वाली बात ये रही कि कल मायावती पर हमलावर राहुल गांधी ने आज सपा की खिंचाई की.
पढ़िए क्या कहा कांग्रेस उपाध्यक्ष ने
‘जब कोई दिल्ली में जमीन लेना चाहता है. तो उसे मार्केट रेट मिलता है. मगर जब आपसे जमीन ली जाती थी तो सरकारी ऑर्डर लगता था और सस्ते रेट पर जमीन ले ली जाती थी. मैंने आपसे वादा किया था कि कांग्रेस आपकी ये लड़ाई लड़ेगी और जीतकर दिखाएंगे. समय लगा, मगर हम आपकी लड़ाई लड़े और हम बिल लाए और उसे पास करके दिखाया. विपक्ष के लोग खड़े हो गए. पहले उसे स्टैंडिंग कमेटी में ले गए. चक्कर कटवाए, रोकने की कोशिश की. पार्लियामेंट में ले गए हम और उसे पास किया.मैं आपको बताना चाहता हूं कि अलीगढ़ के किसान को जितना फायदा होगा, शायद देश में किसी को उतना फायदा नहीं होगा.
दूसरा काम किया हमने. देखिए हम अधिकार की सरकार चलाते हैं. अब हम भोजन का अधिकार लाए हैं. हिंदुस्तान में एक रुपये में भोजन हम सबको देने वाले हैं.यहां देखो कोई मजदूर है. ये सोचते होंगे कि रोज मैं मजदूरी करता हूं. और इनके दिमाग में ये सवाल उठता है कि भइया कल मुझे भोजन मिलेगा या नहीं. कल मेरे बच्चों को भोजन मिलेगा या नहीं. मैं आपको बताना चाहता हूं कि सिर्फ कल नहीं, हर रोज आपको मिलेगा.इस बात को कांग्रेस गारंटी करेगी.
और यूपी में क्या हो रहा है. सुनो मैं आपको बताना चाह रहा हूं. यूपी में सरकार ने क्या कहा. पूरे हिंदुस्तान में 35 किलो अनाज हर परिवार को मिलेगा. पूरे देश में. मगर यूपी में 2014 के चुनाव तक नहीं मिलेगा.क्योंकि यूपी की सरकार कह रही है कि अगर हमने कांग्रेस पार्टी का भोजन का अधिकार यहां लागू कर दिया. तो चुनाव में हमारी ऐसी पिटाई होगी कि हमें बात समझ नहीं आएगी.
तो मैं कहना चाह रहा हूं कि आप दबाव डालो. यूपी की गांव की गरीब की जनता को 1 रुपये में अनाज मिलना चाहिए. ये लड़ाई आपकी है, कांग्रेस की है.जैसे आपने भट्टा परसोल मैं लड़ाई लड़ी,संसद में लड़ी.तो बताओ, लड़ोगे आप, जोर से बोलो. क्या नाम है आपका. ये कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश को बदलना है, तो आपको करना होगा. ये जो युवा खड़े हैं. ये सपा-बसपा से नहीं होने वाला है. मैं आपको ये बताना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी की जब सरकार बनती है. 2004 में जो हमने कहा. 2009 में किया. 2014 में करने वाले हैं. आम आदमी की, कमजोर की, गरीब की, महिलाओँ की सरकार बनाएंगे.हम जो अधिकार की बात करते हैं, भोजन का, रोजगार का, शिक्षा का अधिकार देते हैं.
आखिरी बात जो कहना चाहता हूं.
मुजफ्फर नगर में दंगा हुआ. उस दंगे से आम आदमी को, जनता को फायदा पहुंचा क्या. लोग मरे. जब लोग मर रहे थे. हिंदू भी मरे. मुसलमान भी मरे. सही बात है. उसमें तो किसी ने नहीं पूछा. वहां मैं गया. हिंदू से बात की. मुसलमान से बात की. दोनों ने एक बात बोली. देखिए हमारे बीच दुश्मनी नहीं है. ये राजनैतिक लोगों ने किया और हमारे को यहां बर्बाद किया.
लड़ाई भइया कराई जाती है. राजनैतिक फायदे के लिए कराई जाती है. आम आदमी लड़ना नहीं चाहता है. आम आदमी प्यार से जीना चाहता है, काम करना चाहता है. हिंदुस्तान को आगे बढ़ना चाहता है.यहां ऐसी राजनैतिक शक्तियां हैं, जो जानती हैं कि लड़ाई नहीं हुई तो वह नहीं जीत सकते.वह अच्छी तरह जानते हैं, इसिलए ये लड़ाई करवाना चाहते हैं. ये सही बात है या नहीं.इनको मैं बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का इतिहास है कि हम सब एक खड़े रहते हैं. हिंदू हो मुसलमान हो. सिख हो. ये जो लड़ाई कराते हैं. हम इनको नहीं करने देंगे. ये कांग्रेस पार्टी का इतिहास है. हमारे पास हर एक व्यक्ति बराबर है.
हम नहीं कहते कि किसी एक जाति को ये चीज दो. हम कहते हैं कि अगर हिंदुस्तानी है तो उसे भोजन का अधिकार मिलेगा.
यूपी पीछे जा रहा है, तो इसलिए जा रहा है. सुन लो. क्योंकि आपको बांटा जा रहा है.जब तक आप लोग एक नहीं होगे. जब तक आप लोग उत्तर प्रदेश की बात नहीं करोगे, तब तक ये प्रदेश आगे नहीं बढ़ेगा. ये काम कांग्रेस पार्टी करेगी. हम आपके लिए काम करेंगे. उत्तर प्रदेश की सरकार बनाएंगे और आपके लिए लड़ेंगे.आप गर्मी का समय है. आप दूर दूर से आए. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. जय हिंद’

यूपी में कंप्यूटर की सरकार और दिल्ली में अधिकारों की सरकारः राहुल गांधी

 
अलीगढ़ रैली में राहुल गांधी

अलीगढ़ की कांग्रेस रैली में यूपी की सपा सरकार की लैपटॉप स्कीम का मजाक बनाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यहां यूपी में कंप्यूटर की सरकार है. कंप्यूटर चलता नहीं है. बिजली नहीं है. मगर हम दिल्ली में अधिकार की सरकार चलाते हैं. उन्होंने यूपीए के राइट टु फूड बिल को यूपी में लागू न करने को लेकर भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि लोगों को सरकार पर इसके लिए दबाव बनाना चाहिए.
उन्होंने अपने भाषण में हालिया मुजफ्फर नगर दंगों का जिक्र किया, लेकिन बीजेपी का नाम लेने से बचे. भट्टा परसौल का जिक्र किया औऱ कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल से देश में सबसे ज्यादा फायदा अलीगढ़ के किसानों को होगा. मगर इस दावे की कोई वजह नहीं बताई राहुल गांधी ने. उन्होंने कांग्रेस की पॉपुलर स्कीमों का जिक्र किया और युवाओं से कहा कि यूपी आपको बदलना होगा. कांग्रेस को बदलना होगा. गौर करने वाली बात ये रही कि कल मायावती पर हमलावर राहुल गांधी ने आज सपा की खिंचाई की.
पढ़िए क्या कहा कांग्रेस उपाध्यक्ष ने
‘जब कोई दिल्ली में जमीन लेना चाहता है. तो उसे मार्केट रेट मिलता है. मगर जब आपसे जमीन ली जाती थी तो सरकारी ऑर्डर लगता था और सस्ते रेट पर जमीन ले ली जाती थी. मैंने आपसे वादा किया था कि कांग्रेस आपकी ये लड़ाई लड़ेगी और जीतकर दिखाएंगे. समय लगा, मगर हम आपकी लड़ाई लड़े और हम बिल लाए और उसे पास करके दिखाया. विपक्ष के लोग खड़े हो गए. पहले उसे स्टैंडिंग कमेटी में ले गए. चक्कर कटवाए, रोकने की कोशिश की. पार्लियामेंट में ले गए हम और उसे पास किया.मैं आपको बताना चाहता हूं कि अलीगढ़ के किसान को जितना फायदा होगा, शायद देश में किसी को उतना फायदा नहीं होगा.
दूसरा काम किया हमने. देखिए हम अधिकार की सरकार चलाते हैं. अब हम भोजन का अधिकार लाए हैं. हिंदुस्तान में एक रुपये में भोजन हम सबको देने वाले हैं.यहां देखो कोई मजदूर है. ये सोचते होंगे कि रोज मैं मजदूरी करता हूं. और इनके दिमाग में ये सवाल उठता है कि भइया कल मुझे भोजन मिलेगा या नहीं. कल मेरे बच्चों को भोजन मिलेगा या नहीं. मैं आपको बताना चाहता हूं कि सिर्फ कल नहीं, हर रोज आपको मिलेगा.इस बात को कांग्रेस गारंटी करेगी.
और यूपी में क्या हो रहा है. सुनो मैं आपको बताना चाह रहा हूं. यूपी में सरकार ने क्या कहा. पूरे हिंदुस्तान में 35 किलो अनाज हर परिवार को मिलेगा. पूरे देश में. मगर यूपी में 2014 के चुनाव तक नहीं मिलेगा.क्योंकि यूपी की सरकार कह रही है कि अगर हमने कांग्रेस पार्टी का भोजन का अधिकार यहां लागू कर दिया. तो चुनाव में हमारी ऐसी पिटाई होगी कि हमें बात समझ नहीं आएगी.
तो मैं कहना चाह रहा हूं कि आप दबाव डालो. यूपी की गांव की गरीब की जनता को 1 रुपये में अनाज मिलना चाहिए. ये लड़ाई आपकी है, कांग्रेस की है.जैसे आपने भट्टा परसोल मैं लड़ाई लड़ी,संसद में लड़ी.तो बताओ, लड़ोगे आप, जोर से बोलो. क्या नाम है आपका. ये कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश को बदलना है, तो आपको करना होगा. ये जो युवा खड़े हैं. ये सपा-बसपा से नहीं होने वाला है. मैं आपको ये बताना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी की जब सरकार बनती है. 2004 में जो हमने कहा. 2009 में किया. 2014 में करने वाले हैं. आम आदमी की, कमजोर की, गरीब की, महिलाओँ की सरकार बनाएंगे.हम जो अधिकार की बात करते हैं, भोजन का, रोजगार का, शिक्षा का अधिकार देते हैं.
आखिरी बात जो कहना चाहता हूं.
मुजफ्फर नगर में दंगा हुआ. उस दंगे से आम आदमी को, जनता को फायदा पहुंचा क्या. लोग मरे. जब लोग मर रहे थे. हिंदू भी मरे. मुसलमान भी मरे. सही बात है. उसमें तो किसी ने नहीं पूछा. वहां मैं गया. हिंदू से बात की. मुसलमान से बात की. दोनों ने एक बात बोली. देखिए हमारे बीच दुश्मनी नहीं है. ये राजनैतिक लोगों ने किया और हमारे को यहां बर्बाद किया.
लड़ाई भइया कराई जाती है. राजनैतिक फायदे के लिए कराई जाती है. आम आदमी लड़ना नहीं चाहता है. आम आदमी प्यार से जीना चाहता है, काम करना चाहता है. हिंदुस्तान को आगे बढ़ना चाहता है.यहां ऐसी राजनैतिक शक्तियां हैं, जो जानती हैं कि लड़ाई नहीं हुई तो वह नहीं जीत सकते.वह अच्छी तरह जानते हैं, इसिलए ये लड़ाई करवाना चाहते हैं. ये सही बात है या नहीं.इनको मैं बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का इतिहास है कि हम सब एक खड़े रहते हैं. हिंदू हो मुसलमान हो. सिख हो. ये जो लड़ाई कराते हैं. हम इनको नहीं करने देंगे. ये कांग्रेस पार्टी का इतिहास है. हमारे पास हर एक व्यक्ति बराबर है.
हम नहीं कहते कि किसी एक जाति को ये चीज दो. हम कहते हैं कि अगर हिंदुस्तानी है तो उसे भोजन का अधिकार मिलेगा.
यूपी पीछे जा रहा है, तो इसलिए जा रहा है. सुन लो. क्योंकि आपको बांटा जा रहा है.जब तक आप लोग एक नहीं होगे. जब तक आप लोग उत्तर प्रदेश की बात नहीं करोगे, तब तक ये प्रदेश आगे नहीं बढ़ेगा. ये काम कांग्रेस पार्टी करेगी. हम आपके लिए काम करेंगे. उत्तर प्रदेश की सरकार बनाएंगे और आपके लिए लड़ेंगे.आप गर्मी का समय है. आप दूर दूर से आए. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. जय हिंद’

Tuesday, October 8, 2013

गूगल सर्च में भी राहुल गांधी को पछाड़ा नरेंद्र मोदी ने, कांग्रेस पर पड़ी बीजेपी भारी

गूगल सर्च में मोदी नंबर 1

नरेंद्र मोदी सर्च इंजन गूगल पर सबसे ज्यादा खोजे जाने वाले राजनेता हैं. ये खुलासा गूगल की एक रिपोर्ट में हुआ है. मोदी के बाद राहुल गांधी को दूसरे नंबर पर खोजा जाता हैं. गूगल के एक सर्वे में यह भी सामने आया है कि 40 फीसदी शहरी वोटर्स ने अभी फैसला ही नहीं किया कि वो किस पार्टी को वोट देंगे.
लिस्ट में चार कांग्रेसी और दो भाजपाई
भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी भारत में गूगल पर सबसे ज्यादा खोजे जाने वाले नेता बन गये हैं. यह बात इसी साल मार्च से लेकर अगस्त तक के गूगल सर्च ट्रेंड में सामने आई है. दूसरे नंबर पर हैं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और तीसरे पर हैं उनकी मां कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी.
गूगल इंडिया के इंडस्ट्री हेड गौरव कपूर के मुताबिक हमने गूगल सर्च ट्रेंड के आधार पर सबसे ज्यादा खोजे जाने वाले 10 नेताओं की यह लिस्ट जारी की है.कहा जा रहा है कि इंटरनेट अगले चुनावों में अहम रोल अदा करेगा. उसके ट्रेंड को समझने के लिए हमने यह रिपोर्ट तैयार की.
ये रही टॉप 10 नेताओं की लिस्ट पहले से आखिरी के क्रम में
नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी,  मनमोहन सिंह, अरविंद केजरीवाल, जयललिता, अखिलेश यादव, नीतिश कुमार, सुषमा स्वराज और दिग्विजय सिंह.

मोदी की पार्टी भी नंबर वन
अगर राजनैतिक दलों के सर्च ट्रेंड की बात करें, तो यहां भी बीजेपी कांग्रेस पर भारी पड़ती दिखाई दी. बीजेपी को सबसे ज्यादा लोगों ने सर्च किया. दूसरे नंबर पर कांग्रेस है, तो तीसरे नंबर अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप.
गूगल सर्च पर टॉप पांच राजनैतिक दलः बीजेपी, कांग्रेस, आप, बीएसपी, शिव सेना
42 फीसदी वोटर्स ने नहीं किया अपना चुनाव
अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए इंटरनेट पर अभी से सर्च किया जाने लगा है.ये सर्च अभी से पिछले चुनाव में की गई सर्च से 800 फीसदी ज्यादा है.चुनावों में इटरनेट की भूमिका पर ये रिपोर्ट इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सर्वे में लिए गये सैंपल के मुताबिक 37 फीसदी शहरी रजिस्टर्ड वोटर ऑनलाइन हैं यानि इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं.
इस सर्वे में एक और खास बात निकलकर आई है वो ये कि 42 फीसदी वोटर्स ने अभी फैसला ही नहीं किया है कि वे किस पार्टी को वोट देंगे.इसके अलावा ये भी सामने आया है कि वोटर्स के लिए जितना राजनैतिक दल महत्व रखता है उतना ही महत्व लोकल उम्मीदवार भी रखता है. 11 फीसदी लोगों ने ये भी कहा कि राजनैतिक दल का प्रधानमंत्री उम्मीदवार भी उनके वोट के फैसले का प्रभावित करेगा.
कैसे हुआ ये गूगल इलेक्शन सर्वे
गूगल के इस सर्वे में 108 सीटों में 7000 से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया। और अगर इस सर्वे की रिपोर्ट की मानें तो उम्मीदवारों को इंटरनेट पर अपनी मौजूदगी दिखानी ज़रुरी होगी क्योंकि सर्वें में शामिल 45 फीसदी लोग मानते हैं कि वो राजनैतिक दलों के पार्टी में ज्यादा से ज्यादा सूचना ऑनलाइन चाहते हैं जिससे कि वो सही फैसला ले सकें.