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Thursday, October 10, 2013

राहुल गांधी ने खुलासे के अंदाज में बताया किसने करवाए मुजफ्फर नगर में मुस्लिम-जाट दंगे, पढ़ें राहुल गांधी का भाषण

अलीगढ़ की कांग्रेस रैली में यूपी की सपा सरकार की लैपटॉप स्कीम का मजाक बनाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यहां यूपी में कंप्यूटर की सरकार है. कंप्यूटर चलता नहीं है. बिजली नहीं है. मगर हम दिल्ली में अधिकार की सरकार चलाते हैं. उन्होंने यूपीए के राइट टु फूड बिल को यूपी में लागू न करने को लेकर भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि लोगों को सरकार पर इसके लिए दबाव बनाना चाहिए.उन्होंने अपने भाषण में हालिया मुजफ्फर नगर दंगों का जिक्र किया, लेकिन बीजेपी का नाम लेने से बचे. भट्टा परसौल का जिक्र किया औऱ कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल से देश में सबसे ज्यादा फायदा अलीगढ़ के किसानों को होगा. मगर इस दावे की कोई वजह नहीं बताई राहुल गांधी ने. उन्होंने कांग्रेस की पॉपुलर स्कीमों का जिक्र किया और युवाओं से कहा कि यूपी आपको बदलना होगा. कांग्रेस को बदलना होगा. गौर करने वाली बात ये रही कि कल मायावती पर हमलावर राहुल गांधी ने आज सपा की खिंचाई की.

पढ़िए क्या कहा कांग्रेस उपाध्यक्ष ने
‘जब कोई दिल्ली में जमीन लेना चाहता है. तो उसे मार्केट रेट मिलता है. मगर जब आपसे जमीन ली जाती थी तो सरकारी ऑर्डर लगता था और सस्ते रेट पर जमीन ले ली जाती थी. मैंने आपसे वादा किया था कि कांग्रेस आपकी ये लड़ाई लड़ेगी और जीतकर दिखाएंगे. समय लगा, मगर हम आपकी लड़ाई लड़े और हम बिल लाए और उसे पास करके दिखाया. विपक्ष के लोग खड़े हो गए. पहले उसे स्टैंडिंग कमेटी में ले गए. चक्कर कटवाए, रोकने की कोशिश की. पार्लियामेंट में ले गए हम और उसे पास किया.मैं आपको बताना चाहता हूं कि अलीगढ़ के किसान को जितना फायदा होगा, शायद देश में किसी को उतना फायदा नहीं होगा.
दूसरा काम किया हमने. देखिए हम अधिकार की सरकार चलाते हैं. अब हम भोजन का अधिकार लाए हैं. हिंदुस्तान में एक रुपये में भोजन हम सबको देने वाले हैं.यहां देखो कोई मजदूर है. ये सोचते होंगे कि रोज मैं मजदूरी करता हूं. और इनके दिमाग में ये सवाल उठता है कि भइया कल मुझे भोजन मिलेगा या नहीं. कल मेरे बच्चों को भोजन मिलेगा या नहीं. मैं आपको बताना चाहता हूं कि सिर्फ कल नहीं, हर रोज आपको मिलेगा.इस बात को कांग्रेस गारंटी करेगी.
और यूपी में क्या हो रहा है. सुनो मैं आपको बताना चाह रहा हूं. यूपी में सरकार ने क्या कहा. पूरे हिंदुस्तान में 35 किलो अनाज हर परिवार को मिलेगा. पूरे देश में. मगर यूपी में 2014 के चुनाव तक नहीं मिलेगा.क्योंकि यूपी की सरकार कह रही है कि अगर हमने कांग्रेस पार्टी का भोजन का अधिकार यहां लागू कर दिया. तो चुनाव में हमारी ऐसी पिटाई होगी कि हमें बात समझ नहीं आएगी.
तो मैं कहना चाह रहा हूं कि आप दबाव डालो. यूपी की गांव की गरीब की जनता को 1 रुपये में अनाज मिलना चाहिए. ये लड़ाई आपकी है, कांग्रेस की है.जैसे आपने भट्टा परसोल मैं लड़ाई लड़ी,संसद में लड़ी.तो बताओ, लड़ोगे आप, जोर से बोलो. क्या नाम है आपका. ये कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश को बदलना है, तो आपको करना होगा. ये जो युवा खड़े हैं. ये सपा-बसपा से नहीं होने वाला है. मैं आपको ये बताना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी की जब सरकार बनती है. 2004 में जो हमने कहा. 2009 में किया. 2014 में करने वाले हैं. आम आदमी की, कमजोर की, गरीब की, महिलाओँ की सरकार बनाएंगे.हम जो अधिकार की बात करते हैं, भोजन का, रोजगार का, शिक्षा का अधिकार देते हैं.
आखिरी बात जो कहना चाहता हूं.
मुजफ्फर नगर में दंगा हुआ. उस दंगे से आम आदमी को, जनता को फायदा पहुंचा क्या. लोग मरे. जब लोग मर रहे थे. हिंदू भी मरे. मुसलमान भी मरे. सही बात है. उसमें तो किसी ने नहीं पूछा. वहां मैं गया. हिंदू से बात की. मुसलमान से बात की. दोनों ने एक बात बोली. देखिए हमारे बीच दुश्मनी नहीं है. ये राजनैतिक लोगों ने किया और हमारे को यहां बर्बाद किया.
लड़ाई भइया कराई जाती है. राजनैतिक फायदे के लिए कराई जाती है. आम आदमी लड़ना नहीं चाहता है. आम आदमी प्यार से जीना चाहता है, काम करना चाहता है. हिंदुस्तान को आगे बढ़ना चाहता है.यहां ऐसी राजनैतिक शक्तियां हैं, जो जानती हैं कि लड़ाई नहीं हुई तो वह नहीं जीत सकते.वह अच्छी तरह जानते हैं, इसिलए ये लड़ाई करवाना चाहते हैं. ये सही बात है या नहीं.इनको मैं बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का इतिहास है कि हम सब एक खड़े रहते हैं. हिंदू हो मुसलमान हो. सिख हो. ये जो लड़ाई कराते हैं. हम इनको नहीं करने देंगे. ये कांग्रेस पार्टी का इतिहास है. हमारे पास हर एक व्यक्ति बराबर है.
हम नहीं कहते कि किसी एक जाति को ये चीज दो. हम कहते हैं कि अगर हिंदुस्तानी है तो उसे भोजन का अधिकार मिलेगा.
यूपी पीछे जा रहा है, तो इसलिए जा रहा है. सुन लो. क्योंकि आपको बांटा जा रहा है.जब तक आप लोग एक नहीं होगे. जब तक आप लोग उत्तर प्रदेश की बात नहीं करोगे, तब तक ये प्रदेश आगे नहीं बढ़ेगा. ये काम कांग्रेस पार्टी करेगी. हम आपके लिए काम करेंगे. उत्तर प्रदेश की सरकार बनाएंगे और आपके लिए लड़ेंगे.आप गर्मी का समय है. आप दूर दूर से आए. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. जय हिंद’


राजनीति से संन्यास ले रही हैं सोनिया गांधी!

सोनिया गांधी 2016 में राजनीति से ले लेंगी संन्यास, '24 अकबर रोड' का दावा

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी वर्ष 2016 में जब उनकी उम्र 70 वर्ष की हो जाएंगी तब वो राजनीति से रिटायरमेंट ले लेंगी. यही कारण है कि पार्टी ने उनके बेटे राहुल गांधी को बड़ी भूमिका देने के लिए आतुर बनाया. इसका दावा पत्रकार-लेखक रशीद किदवई ने अपनी किताब '24 अकबर रोड' में किया है. किदवई ने अपनी किताब के संशोधित संस्करण में कहा है कि कांग्रेस सोनिया गांधी के फैसले से दुखी है.
किदवई के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी इच्छा से अपने जन्मदिन 9 दिसंबर 2012 को पार्टी के बड़े नेताओं से अवगत कराया.
किताब में कहा गया है, 'इस घोषणा से पार्टी के नेता सन्न रह गए, क्योंकि भारतीय राजनीति में आज तक किसी नेता ने अवकाश नहीं लिया है. घबराए पार्टी नेताओं ने उनसे आग्रह किया कि राहुल को 'प्रभार' लेने दें.'
किताब में आगे लिखा है, 'राहुल (42) को मनाने का प्रयास तभी से जारी हो गया, लेकिन तब कांग्रेस के महासचिव रहे राहुल नहीं माने. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राहुल को मंत्रिमंडल में आने के लिए मनाने का प्रयास किया.'
मनमोहन सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि राहुल गांधी मंत्रिमंडल में शामिल होने या पार्टी में नंबर दो की हैसियत में से किसी एक का चुनाव करें. राहुल ने संगठन को तरजीह दी.
इसीके बाद राहुल को जयपुर में आयोजित 'चेतना शिविर' में 19 जनवरी 2013 को कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया.
किदवई का कहना है कि राहुल गांधी के उन्नयन के बावजूद कांग्रेस नेताओ को सोनिया गांधी के अवकाश की समय-सीमा दुखी कर रही है.

Muzaffar Nagar में फिर बवाल...दो हत्याओं के बाद हंगामा...बढ़ा तनाव

मुजफ्फरनगर में 2 हत्याओं के बाद हंगामा, तनाव बढ़ा


संवेदनशील इलाकों में जवान तैनात





उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में चैनो-अमन अपने पैर पसार ही रहा था कि दो लोगों की हत्या से एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल के साथ अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है.


जमालपुर में लकड़ी का व्यवसाय करने वाले एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वहीं नई मंडी थाना क्षेत्र में 25 साल के युवक की मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी.
बुधवार रात हुई इन हत्याओं के बाद स्थानीय लोगों ने सड़कों पर उतरकर खूब हंगामा किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए. इस दौरान उग्र भीड़ और पुलिस के बीच हाथापाई भी हुई.
स्थानीय लोग इन वारदातों को सांप्रदायिक हिंसा से जोड़कर देख रहे हैं लेकिन प्रशासन इससे इंकार कर रहा है.
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि हत्या की घटनाओं के बाद संबंधित इलाकों में तनाव है, लेकिन हालात काबू में है. पूरे क्षेत्र में पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गई है. उन्होंने कहा कि फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि कौन लोग इन घटनाओं में शामिल थे.
जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि इन घटनाओं को सांप्रायिक हिंसा से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. हो सकता है कि कुछ असामाजिक तत्व जिले का माहौल खराब करने के लिए यह सब कर रहे हों.

राहुल गांधी के झूठ की पोल खोली सुषमा स्वराज ने

लैंड बिल पर दम दिखाओ और जनता से सच बोलो राहुल गांधी, सुषमा स्वराज का पलटवार

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की अलीगढ़ रैली के भाषण के एक हिस्से पर बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने उन्हें झूठा और डरपोक करार दिया. राहुल गांधी ने कहा था कि भूमि अधिग्रहण बिल को विपक्ष ने रोकने की कोशिश की. इस पर सुषमा ने ट्वीट किया कि 29 अगस्त को इस बिल पर बोलते हुए कांग्रेस सरकार के मंत्री जयराम रमेश ने नेता प्रतिपक्ष (सुषमा स्वराज) को विशेष तौर पर शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि ऐसा लग रहा था हम दोनों पार्टियों की मीटिंग में कि गतिरोध आ गया है. मगर स्वराज ने समाधान निकाला और उसी का नतीजा है कि आज सदन में इस बिल पर चर्चा हो रही है.
सुषमा स्वराज ने जयराम रमेश के सदन में दिए भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी दम दिखाओ और सच बोलो.उधर राहुल के भाषण पर सपा की तरफ से आजम खान ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव सरकार की छात्रों को लैपटॉप देने की स्कीम से राहुल गांधी परेशान हैं. और रही दंगों की बात, तो यह कांग्रेस का काम है, सपा का नहीं.

ऱाहुल गांधी की खिल्ली उड़ाती वेबसाइट लॉन्च

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का मजाक बनाती नई वेबसाइट पप्पूपीडिया

ऐसी नजर आती है वेबसाइट पप्पूपीडिया
 
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर व्यंग्य करती हुई एक नई वेबसाइट बनी है पप्पूपीडिया डॉट कॉम. विकीपीडिया की थीम पर बनी इस वेबसाइट में कहीं भी सीधे तौर पर राहुल गांधी का नाम नहीं लिया गया है. हर जगह पप्पू शब्द का इस्तेमाल किया गया है. मगर राजनीतिक परिचय से लेकर स्पीड वीडियो तक हर जगह राहुल गांधी के नाम, काम और आवाज का इस्तेमाल किया गया है.पप्पू पीडिया के होम पेज पर सबसे पहले सबसे ऊपर नजर आता है एक बैनर.जैसे विकीपीडिया के पेज पर उसके फाउंडर की डोनेशन अपील छपी रहती है कभी कभी. वैसे ही यहां एक दुखियारी महिला की अपील छपी है. साथ में एक कैरिकेचर भी है,देश की एक बड़ी नेता की याद दिलाता.
इस बैनर पर लिखा है कि पप्पूपीडिया के संस्थापकों की तरफ से एक व्यक्तिगत अपील.पप्पू के दिमाग को बदलवाने की सर्जरी करवाने के लिए हमें पैसों की जरूरत है, इसलिए हम बहुत सारे घोटाले करते हैं. अगर आप चाहते हैं कि हम ऐसा न करें, तो कृपया दान दीजिए
इस पर क्लिक करने पर एक कार्टून खुलता है, जिसमें नोटों और सोने की अशर्फियों के ढेर पर बैठे पप्पू जी नजर आते हैं. खिलखिलाते हैं और कहते हैं. 10 साल में मैंने बहुत पैसा कमा लिया है. यानी की आपके फंड की जरूरत नहीं.
पप्पू के परिचय वाले पैनल में राहुल गांधी की राजनैतिक उपलब्धियों के बारे में बताया गया है कि वह कब अमेठी से सांसद बने और कब कांग्रेस के उपाध्यक्ष.
साइट पर राहुल की पढ़ाई और डिग्री पर सवाल उठाते हुए कई आर्टिकल दिए गए हैं.राहुल गांधी के कई दावों की भी खिल्ली उडा़ई गई है. मसलन राहुल गांधी ने कहा था कि गुजरात ब्रिटेन से भी बड़ा है और भारत यूरोप और अमेरिका से भी बड़ा.
साइट पर कई सेक्शन हैं. मसलन पप्पू ज्ञान. टेस्टिमोनियल्स फॉर पप्पू. यो पप्पू सो डंब. इसके अलावा साइट पर राहुल गांधी की स्पीच के कई वीडियो भी हैं. इस पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी के भी कई भाषण हैं, जिनमें वह कांग्रेस के इस नेता का मजाक बनाते नजर आ रहे हैं. साइट पर राहुल गांधी के कई कार्टून भी हैं. जिनमें लिखा है क्या पप्पू पांचवी पास से तेज हैं और राहुल बाबा 40 चोर.

इस साइट का लिंक है www.pappupedia.com

 

अपने पास आती औरतों के हाथ में बाबा रामदेव ने कुछ देखा और दौड़ लगा गए

महिलाओं के हाथ में सलवार और चूड़ियां देखते ही भागे रामदेव

एक बार योग गुरु बाबा रामदेव दिल्‍ली के रामलीला मैदान से सलवार-कमीज और दुपट्टे में भागे थे, लेकिन इस बार तो वे सलवार देखकर ही भाग गए.

यूपीए अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी पर बाबा रामदेव के हमलों से नाराज कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने उन्‍हें सलवार और चूड़ियां देने की कोशिश की.
रायपुर में कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता बाबा रामदेव को मंगलवार शाम 7:00 बजे एयरपोर्ट पर सलवार और चूड़ियां देने पहुंची थीं. यह बात रामदेव को पता चल गई और वह किसी तरह बचते-बचाते एयरपोर्ट पहुंचे. इसके बावजूद महिला कार्यकर्ताओं ने उन्हें गाड़ी से उतरते हुए देख लिया और वे सलवार और चूड़ियों लेकर उनकी तरफ दौड़ीं.
महिला कार्यकर्ताओं को देखते ही बाबा रामदेव की रफ्तार बढ़ गई और वे तेजी से एयरपोर्ट के भीतर घुस गए. सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं को गेट पर ही रोक दिया. महिलाओं को रोक लिए जाने के बाद रामदेव ने लाउंज के भीतर से हाथ हिलाकर अभिवादन किया. इससे नाराज महिलाओं ने नारेबाजी तेज कर दी. रामदेव के चले जाने के बाद भी काफी देर तक वे नारेबाजी करती रहीं.
उधर, बाबा रामदेव को बीजेपी के पीएम इन वेटिंग नरेंद्र मोदी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह का प्रचार करना महंगा पड़ा है. सबसे पहले तो चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ में बाबा रामदेव का राजकीय अतिथि का दर्जा छीना. उसके बाद चुनाव आयोग ने जिले के कलेक्टरों से रामदेव की सभाओं की रिपोर्ट मांगी है.
चुनाव आयोग ने कहा है कि अगर यह बात प्रमाणित होती है कि रामदेव ने अपनी सभाओं के जरिए चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है और अपनी सभाओं में उन्होंने किसी दल विशेष का प्रचार किया है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Wednesday, October 9, 2013

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल लगातार बिगड़ते स्वास्थ्य के बावजूद पांचवे दिन बुधवार को भी जारी है. जगन केंद्र के अलग तेलंगाना राज्य के गठन के फैसले के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे हैं. आपको क्या लगता है कि कांग्रेस के हाथ से आंध्र निकल जाएगा?

राजनाथ सिंह से मिलीं जगन की मां, मुलाकात के मायने

नई दिल्ली:  वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल लगातार पांचवे दिन भी जारी है. इससे इनका स्वास्थ्य भी बिगड़ता जा रहा है. जगन केंद्र के अलग तेलंगाना राज्य के गठन के फैसले के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे हैं.
इसबीच जगन की मां वाईएस विजयम्मा बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मिलीं. इसके बाद दिल्ली में भी मामला गरमाने की संभावना जताई जा रही है. वाईएसआर कांग्रेस आंध्र-रायलसीमा क्षेत्र में कांग्रेस के लिए मुश्किल बनी हुई है.

आपको बता दें कि राज्य के कोने-कोने से लोग जगन से मिलने और उन्हें अपना समर्थन देने पहुंच रहे हैं. जगनमोहन रेड्डी की मांग है कि केंद्र तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अलग करने का फैसला वापस ले.

दिल्ली के आंध्र भवन में अपने समर्थकों के साथ तेलुगुदेशम पार्टी के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू भी राज्य के विभाजन के खिलाफ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. कुल मिलाकर कहें तो आंध्र प्रदेश में हालात कांग्रेस के खिलाफ है. इस मौके को बीजेपी गंवाना नहीं चाहती है.
चंद्रबाबू पहले ही बीजेपी के साथ मंच साझा कर चुके हैं. इनका बीजेपी के पाले में आना लगभग तय है. उधर अब जगन की मां का बीजेपी अध्यक्ष से मिलना दिल्ली के सत्ता की गलियों में सरगर्मी बढ़ा दिया है.

आइए जरा आंध्र प्रदेश की चुनावी अंक गणित पर नजर दौड़ाएं. आंध्र की लोकसभा की 42 सीटों में से तेलंगाना से 17 सीटें आती हैं. रायलसीमा और तटीय आंध्र से बाकी की 25 सीटें आती हैं. जगन मोहन का रायलासीमा में अच्छा असर है और तेलंगाना का विरोध करने पर उन्हें तटीय आंध्र में भारी समर्थन मिल सकता है. कांग्रेस के लिए आंध्र बेहद जरुरी है क्योंकि 2009 में भी यहां की 42 में से 32 सीटें कांग्रेस ने ली थी. अब इतने बड़े समर्थन को कांग्रेस नहीं गंवाना चाह रही है. इसके बावजूद तेलंगाना का मुद्दा सरकार के लिए गले का फांस बन चुका है.

चंद्रबाबू को तो वैसे मुस्लिम वोट खोने का कोई डर नहीं है. लेकिन जगन के परंपरागत वोट मुस्लिम ही हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि जगन बीजेपी के साथ जाने से परहेज करेंगे. लेकिन कांग्रेस के साथ बिगड़े संबंध और अलग तेलंगाना की खिलाफत ने जगन को बीजेपी के करीब ला दिया है. अब जगन यदि बीजेपी के साथ जाते हैं तो निश्चित ही बीजेपी के लिए आंध्र में बहुत बड़ी जीत होगी.

यूपी में कांग्रेस की रैली में एक ओर राहुल गांधी ने यूपी सरकार का मजाक उड़ाया तो दूसरी ओर अपनी सरकार की पीठ थपथपाई

अलीगढ़ की कांग्रेस रैली में यूपी की सपा सरकार की लैपटॉप स्कीम का मजाक बनाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यहां यूपी में कंप्यूटर की सरकार है. कंप्यूटर चलता नहीं है. बिजली नहीं है. मगर हम दिल्ली में अधिकार की सरकार चलाते हैं. उन्होंने यूपीए के राइट टु फूड बिल को यूपी में लागू न करने को लेकर भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि लोगों को सरकार पर इसके लिए दबाव बनाना चाहिए.
उन्होंने अपने भाषण में हालिया मुजफ्फर नगर दंगों का जिक्र किया, लेकिन बीजेपी का नाम लेने से बचे. भट्टा परसौल का जिक्र किया औऱ कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल से देश में सबसे ज्यादा फायदा अलीगढ़ के किसानों को होगा. मगर इस दावे की कोई वजह नहीं बताई राहुल गांधी ने. उन्होंने कांग्रेस की पॉपुलर स्कीमों का जिक्र किया और युवाओं से कहा कि यूपी आपको बदलना होगा. कांग्रेस को बदलना होगा. गौर करने वाली बात ये रही कि कल मायावती पर हमलावर राहुल गांधी ने आज सपा की खिंचाई की.
पढ़िए क्या कहा कांग्रेस उपाध्यक्ष ने
‘जब कोई दिल्ली में जमीन लेना चाहता है. तो उसे मार्केट रेट मिलता है. मगर जब आपसे जमीन ली जाती थी तो सरकारी ऑर्डर लगता था और सस्ते रेट पर जमीन ले ली जाती थी. मैंने आपसे वादा किया था कि कांग्रेस आपकी ये लड़ाई लड़ेगी और जीतकर दिखाएंगे. समय लगा, मगर हम आपकी लड़ाई लड़े और हम बिल लाए और उसे पास करके दिखाया. विपक्ष के लोग खड़े हो गए. पहले उसे स्टैंडिंग कमेटी में ले गए. चक्कर कटवाए, रोकने की कोशिश की. पार्लियामेंट में ले गए हम और उसे पास किया.मैं आपको बताना चाहता हूं कि अलीगढ़ के किसान को जितना फायदा होगा, शायद देश में किसी को उतना फायदा नहीं होगा.
दूसरा काम किया हमने. देखिए हम अधिकार की सरकार चलाते हैं. अब हम भोजन का अधिकार लाए हैं. हिंदुस्तान में एक रुपये में भोजन हम सबको देने वाले हैं.यहां देखो कोई मजदूर है. ये सोचते होंगे कि रोज मैं मजदूरी करता हूं. और इनके दिमाग में ये सवाल उठता है कि भइया कल मुझे भोजन मिलेगा या नहीं. कल मेरे बच्चों को भोजन मिलेगा या नहीं. मैं आपको बताना चाहता हूं कि सिर्फ कल नहीं, हर रोज आपको मिलेगा.इस बात को कांग्रेस गारंटी करेगी.
और यूपी में क्या हो रहा है. सुनो मैं आपको बताना चाह रहा हूं. यूपी में सरकार ने क्या कहा. पूरे हिंदुस्तान में 35 किलो अनाज हर परिवार को मिलेगा. पूरे देश में. मगर यूपी में 2014 के चुनाव तक नहीं मिलेगा.क्योंकि यूपी की सरकार कह रही है कि अगर हमने कांग्रेस पार्टी का भोजन का अधिकार यहां लागू कर दिया. तो चुनाव में हमारी ऐसी पिटाई होगी कि हमें बात समझ नहीं आएगी.
तो मैं कहना चाह रहा हूं कि आप दबाव डालो. यूपी की गांव की गरीब की जनता को 1 रुपये में अनाज मिलना चाहिए. ये लड़ाई आपकी है, कांग्रेस की है.जैसे आपने भट्टा परसोल मैं लड़ाई लड़ी,संसद में लड़ी.तो बताओ, लड़ोगे आप, जोर से बोलो. क्या नाम है आपका. ये कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश को बदलना है, तो आपको करना होगा. ये जो युवा खड़े हैं. ये सपा-बसपा से नहीं होने वाला है. मैं आपको ये बताना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी की जब सरकार बनती है. 2004 में जो हमने कहा. 2009 में किया. 2014 में करने वाले हैं. आम आदमी की, कमजोर की, गरीब की, महिलाओँ की सरकार बनाएंगे.हम जो अधिकार की बात करते हैं, भोजन का, रोजगार का, शिक्षा का अधिकार देते हैं.
आखिरी बात जो कहना चाहता हूं.
मुजफ्फर नगर में दंगा हुआ. उस दंगे से आम आदमी को, जनता को फायदा पहुंचा क्या. लोग मरे. जब लोग मर रहे थे. हिंदू भी मरे. मुसलमान भी मरे. सही बात है. उसमें तो किसी ने नहीं पूछा. वहां मैं गया. हिंदू से बात की. मुसलमान से बात की. दोनों ने एक बात बोली. देखिए हमारे बीच दुश्मनी नहीं है. ये राजनैतिक लोगों ने किया और हमारे को यहां बर्बाद किया.
लड़ाई भइया कराई जाती है. राजनैतिक फायदे के लिए कराई जाती है. आम आदमी लड़ना नहीं चाहता है. आम आदमी प्यार से जीना चाहता है, काम करना चाहता है. हिंदुस्तान को आगे बढ़ना चाहता है.यहां ऐसी राजनैतिक शक्तियां हैं, जो जानती हैं कि लड़ाई नहीं हुई तो वह नहीं जीत सकते.वह अच्छी तरह जानते हैं, इसिलए ये लड़ाई करवाना चाहते हैं. ये सही बात है या नहीं.इनको मैं बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का इतिहास है कि हम सब एक खड़े रहते हैं. हिंदू हो मुसलमान हो. सिख हो. ये जो लड़ाई कराते हैं. हम इनको नहीं करने देंगे. ये कांग्रेस पार्टी का इतिहास है. हमारे पास हर एक व्यक्ति बराबर है.
हम नहीं कहते कि किसी एक जाति को ये चीज दो. हम कहते हैं कि अगर हिंदुस्तानी है तो उसे भोजन का अधिकार मिलेगा.
यूपी पीछे जा रहा है, तो इसलिए जा रहा है. सुन लो. क्योंकि आपको बांटा जा रहा है.जब तक आप लोग एक नहीं होगे. जब तक आप लोग उत्तर प्रदेश की बात नहीं करोगे, तब तक ये प्रदेश आगे नहीं बढ़ेगा. ये काम कांग्रेस पार्टी करेगी. हम आपके लिए काम करेंगे. उत्तर प्रदेश की सरकार बनाएंगे और आपके लिए लड़ेंगे.आप गर्मी का समय है. आप दूर दूर से आए. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. जय हिंद’

यूपी में कंप्यूटर की सरकार और दिल्ली में अधिकारों की सरकारः राहुल गांधी

 
अलीगढ़ रैली में राहुल गांधी

अलीगढ़ की कांग्रेस रैली में यूपी की सपा सरकार की लैपटॉप स्कीम का मजाक बनाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यहां यूपी में कंप्यूटर की सरकार है. कंप्यूटर चलता नहीं है. बिजली नहीं है. मगर हम दिल्ली में अधिकार की सरकार चलाते हैं. उन्होंने यूपीए के राइट टु फूड बिल को यूपी में लागू न करने को लेकर भी अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि लोगों को सरकार पर इसके लिए दबाव बनाना चाहिए.
उन्होंने अपने भाषण में हालिया मुजफ्फर नगर दंगों का जिक्र किया, लेकिन बीजेपी का नाम लेने से बचे. भट्टा परसौल का जिक्र किया औऱ कहा कि भूमि अधिग्रहण बिल से देश में सबसे ज्यादा फायदा अलीगढ़ के किसानों को होगा. मगर इस दावे की कोई वजह नहीं बताई राहुल गांधी ने. उन्होंने कांग्रेस की पॉपुलर स्कीमों का जिक्र किया और युवाओं से कहा कि यूपी आपको बदलना होगा. कांग्रेस को बदलना होगा. गौर करने वाली बात ये रही कि कल मायावती पर हमलावर राहुल गांधी ने आज सपा की खिंचाई की.
पढ़िए क्या कहा कांग्रेस उपाध्यक्ष ने
‘जब कोई दिल्ली में जमीन लेना चाहता है. तो उसे मार्केट रेट मिलता है. मगर जब आपसे जमीन ली जाती थी तो सरकारी ऑर्डर लगता था और सस्ते रेट पर जमीन ले ली जाती थी. मैंने आपसे वादा किया था कि कांग्रेस आपकी ये लड़ाई लड़ेगी और जीतकर दिखाएंगे. समय लगा, मगर हम आपकी लड़ाई लड़े और हम बिल लाए और उसे पास करके दिखाया. विपक्ष के लोग खड़े हो गए. पहले उसे स्टैंडिंग कमेटी में ले गए. चक्कर कटवाए, रोकने की कोशिश की. पार्लियामेंट में ले गए हम और उसे पास किया.मैं आपको बताना चाहता हूं कि अलीगढ़ के किसान को जितना फायदा होगा, शायद देश में किसी को उतना फायदा नहीं होगा.
दूसरा काम किया हमने. देखिए हम अधिकार की सरकार चलाते हैं. अब हम भोजन का अधिकार लाए हैं. हिंदुस्तान में एक रुपये में भोजन हम सबको देने वाले हैं.यहां देखो कोई मजदूर है. ये सोचते होंगे कि रोज मैं मजदूरी करता हूं. और इनके दिमाग में ये सवाल उठता है कि भइया कल मुझे भोजन मिलेगा या नहीं. कल मेरे बच्चों को भोजन मिलेगा या नहीं. मैं आपको बताना चाहता हूं कि सिर्फ कल नहीं, हर रोज आपको मिलेगा.इस बात को कांग्रेस गारंटी करेगी.
और यूपी में क्या हो रहा है. सुनो मैं आपको बताना चाह रहा हूं. यूपी में सरकार ने क्या कहा. पूरे हिंदुस्तान में 35 किलो अनाज हर परिवार को मिलेगा. पूरे देश में. मगर यूपी में 2014 के चुनाव तक नहीं मिलेगा.क्योंकि यूपी की सरकार कह रही है कि अगर हमने कांग्रेस पार्टी का भोजन का अधिकार यहां लागू कर दिया. तो चुनाव में हमारी ऐसी पिटाई होगी कि हमें बात समझ नहीं आएगी.
तो मैं कहना चाह रहा हूं कि आप दबाव डालो. यूपी की गांव की गरीब की जनता को 1 रुपये में अनाज मिलना चाहिए. ये लड़ाई आपकी है, कांग्रेस की है.जैसे आपने भट्टा परसोल मैं लड़ाई लड़ी,संसद में लड़ी.तो बताओ, लड़ोगे आप, जोर से बोलो. क्या नाम है आपका. ये कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश को बदलना है, तो आपको करना होगा. ये जो युवा खड़े हैं. ये सपा-बसपा से नहीं होने वाला है. मैं आपको ये बताना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी की जब सरकार बनती है. 2004 में जो हमने कहा. 2009 में किया. 2014 में करने वाले हैं. आम आदमी की, कमजोर की, गरीब की, महिलाओँ की सरकार बनाएंगे.हम जो अधिकार की बात करते हैं, भोजन का, रोजगार का, शिक्षा का अधिकार देते हैं.
आखिरी बात जो कहना चाहता हूं.
मुजफ्फर नगर में दंगा हुआ. उस दंगे से आम आदमी को, जनता को फायदा पहुंचा क्या. लोग मरे. जब लोग मर रहे थे. हिंदू भी मरे. मुसलमान भी मरे. सही बात है. उसमें तो किसी ने नहीं पूछा. वहां मैं गया. हिंदू से बात की. मुसलमान से बात की. दोनों ने एक बात बोली. देखिए हमारे बीच दुश्मनी नहीं है. ये राजनैतिक लोगों ने किया और हमारे को यहां बर्बाद किया.
लड़ाई भइया कराई जाती है. राजनैतिक फायदे के लिए कराई जाती है. आम आदमी लड़ना नहीं चाहता है. आम आदमी प्यार से जीना चाहता है, काम करना चाहता है. हिंदुस्तान को आगे बढ़ना चाहता है.यहां ऐसी राजनैतिक शक्तियां हैं, जो जानती हैं कि लड़ाई नहीं हुई तो वह नहीं जीत सकते.वह अच्छी तरह जानते हैं, इसिलए ये लड़ाई करवाना चाहते हैं. ये सही बात है या नहीं.इनको मैं बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान का इतिहास है कि हम सब एक खड़े रहते हैं. हिंदू हो मुसलमान हो. सिख हो. ये जो लड़ाई कराते हैं. हम इनको नहीं करने देंगे. ये कांग्रेस पार्टी का इतिहास है. हमारे पास हर एक व्यक्ति बराबर है.
हम नहीं कहते कि किसी एक जाति को ये चीज दो. हम कहते हैं कि अगर हिंदुस्तानी है तो उसे भोजन का अधिकार मिलेगा.
यूपी पीछे जा रहा है, तो इसलिए जा रहा है. सुन लो. क्योंकि आपको बांटा जा रहा है.जब तक आप लोग एक नहीं होगे. जब तक आप लोग उत्तर प्रदेश की बात नहीं करोगे, तब तक ये प्रदेश आगे नहीं बढ़ेगा. ये काम कांग्रेस पार्टी करेगी. हम आपके लिए काम करेंगे. उत्तर प्रदेश की सरकार बनाएंगे और आपके लिए लड़ेंगे.आप गर्मी का समय है. आप दूर दूर से आए. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. जय हिंद’